आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantकला और प्रतिभा की सही परिभाषा!प्रश्नकर्ता: कला क्या है? सिर्फ़ म्यूज़िक (संगीत), पोएट्री (कविता) या पेंटिंग (चित्रकारी) ही कला है? और, यू नो , इतनी प्रैक्टिकल…21h ago21h ago
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantदीवाली का क्या अर्थ है?आचार्य प्रशांत: देखो, त्यौहार तो एक ही होता है और त्यौहार की रोशनी भी एक ही होती है।2d ago2d ago
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantमहात्मा बुद्ध ने अपने भिक्षु को माँस खाने की अनुमति क्यों दी?बुद्ध की दृष्टि इसमें ये थी कि अगर मैंने एक अपवाद खड़ा कर दिया तो फिर सब भिक्षुओं को निर्विकल्पता का मैंने जो पाठ पढ़ाया है, ये उससे मुकर…4d ago4d ago
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantसीता मैया नहीं कमाती थीं, तो हम क्यों कमाएं?आचार्य प्रशांत: (प्रश्न पढ़ते हुए) कह रहे हैं कि आप कहते हैं कि महिलाओं का कमाना उनकी आन्तरिक और भौतिक प्रगति के लिए ज़रूरी है, पर हमारी…Oct 31Oct 31
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantइसे कहते हैं लग्ज़री लाइफ़!आचार्य प्रशांत: कुल मिलाकर तर्क़ ये है कि आचार्य जी, आप तो ख़ूब भोग–वोग लिये (श्रोतागण हँसते हैं)। मज़े मारने के बाद अब मंच पर बैठकर प्रवचन…Oct 30Oct 30
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantऐसे करो दूसरों से अपनी तुलना!प्रश्नकर्ता: आचार्य जी प्रणाम, आपको जब से सुनना शुरू किया है लाभ-ही-लाभ है जीवन में, अब आप मेरे जीवन की प्रेरणा बन गये हैं। मेरा मूल प्रश्न…Oct 28Oct 28
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantभविष्य के ख़्वाब मत बुनो, वर्तमान के विरुद्ध विद्रोह करो!प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, प्रणाम! मेरे जीवन में पूर्ण अभिव्यक्ति नहीं है मैं जो सोचती हूँ, मेरे कार्य तथा शब्दों में पूरी तरह अभिव्यक्त नहीं…Oct 25Oct 25
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantप्यार माँगा नहीं जाता, प्यार के काबिल हुआ जाता है!प्रश्नकर्ता: प्रणाम आचार्य जी। मैं ‘स्नेह’ या यूँ कहूँ तो ‘अटेंशन’ की प्राप्ति के लिए कभी-कभी अपने आप को कमज़ोर दिखाती हूँ। मैं ऐसा क्यों…Oct 24Oct 24
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantसहज जीवन जीने के सूत्र!प्रश्नकर्ता: मेरा प्रश्न नोट्स में से है: "बीइंग अवेयर ऑफ़ डिमांड्स ऑफ बॉडी, बीइंग अवेयर ऑफ़ स्ट्रे थॉट्स, दिस इज़ इंटेलिजेंस। इट ऑकर्स थॉट्…Oct 23Oct 23
आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashantअच्छी नौकरी कैसे मिले?प्रश्नकर्ता: आचार्य जी प्रणाम। एकलव्य की कहानी है सुनकर बड़ा दुख होता है कि द्रोणाचार्य जैसा स्वाभिमानी और श्रेष्ठ गुरु भी अपने स्वार्थ और…Oct 22Oct 22