विचार तीन प्रकार के
3 min readFeb 14, 2021
--
प्रश्नकर्ता: सर, आपने कहा कि समझ आ जाए, तो जीवन में सोचने-विचारने की आवश्यकता कम हो जाती है। पर क्या समझ विकसित करने के लिए सोचने-विचारने की आवश्यकता नहीं है? क्या सोचने-विचारने का जीवन में महत्व है?
आचार्य प्रशांत: सोचने का जीवन में महत्व है, पर यह महत्व तभी तक है, जब वह अपने आप को ख़त्म कर दे।
देखो मन की गतिविधियाँ तीन स्तरों पर होती हैं। सबसे निचला जो स्तर होता है, उसको कहते हैं, सोचने की असमर्थता…