हम आख़िर चाहते क्या हैं?
सबसे पहले यह समझना होगा कि शरीर जिसमें मस्तिष्क भी शामिल है, इसको आध्यात्मिक तल पर कुछ भी समझने की न तो आवश्यकता है और न उत्सुकता है। मस्तिष्क एक यंत्र है जिसको बखूबी पता है कि उसे कैसे काम करना है।
जो अशांत है, वो कोई और है। उसको अहम् वृत्ति जानिए।
अब अहम् शरीर से पूरी तरह संलग्न हो चुका है। अहम् को कुछ अपूर्णता है और इसीलिए वो शरीर से जाकर जुड़ गया है।