सफ़ाई इकट्ठा मत करो, इकट्ठा कचरे की सफ़ाई करो
जिसका मन अशांत है वह बाहर बस पाना चाहता है, उसका हर प्रयास बस पाने के लिए होता है। उद्यमो भैरवः का अर्थ है कि जब मन सहज है तब बाहर से पाने जैसी कोई इच्छा नहीं बचती। उसके बाद जो बाहर कर्म होता भी है तो इसलिए कि अपनी गंदगी को साफ़ कर लूं।
कुछ पाना नहीं है जीवन में, पाने लायक पहले ही है, अधिक से अधिक सफाई करनी है।