Jul 19, 2022
सोचो जब अहंकार झूठ-मूठ का इतना मज़ा दे देता है, तो सोचो वो कितना मज़ा देगा जिसकी हल्की-सी छाया-भर है अहंकार,
वहाँ कितना आनंद होगा?
जब अभी एक झूठी ताक़त का ग़ुमान तुम्हें मस्त कर देता है, तो असली ताक़त कैसी होगी?
झूठी छोड़ दो, असली उपलब्ध हो जाएगी।