साधक और सूरमा
1 min readFeb 16, 2020
दुनिया के खिलाफ जो संघर्ष किया जाता है उसमें आप कहलाते हैं सूरमा।
अपने खिलाफ जो संघर्ष किया जाता है उसमें आप कहलाते हैं साधक।
आध्यात्मिक आदमी कतई ये न सोचे कि बाहर कोई परिवर्तन लाये बिना वो भीतर की बेचैनी मिटा लेगा और न सांसारिक आदमी ये सोचे कि बाहर की लड़ाई लड़ लड़ के उसे शांति मिल जानी है।
हमें कर्म दोनों तलों पर करना है।
हमें दुनिया को भी बदलना है, हमें अपना भी उपचार करना है।
आचार्य प्रशांत से निजी रूप से मिलने व जुड़ने हेतु यहाँ क्लिक करें।
आचार्य जी से और निकटता के इच्छुक हैं? प्रतिदिन उनके जीवन और कार्य की सजीव झलकें और खबरें पाने के लिए : पैट्रन बनें !