सभी संत लम्बे बाल और दाढ़ी क्यों रखते हैं?

प्रश्न: आचार्य जी, ज़्यादातर संतजन लम्बे बाल और दाढ़ी क्यों रखते हैं?

आचार्य प्रशांत जी: रखते नहीं हैं, लम्बे बाल और दाढ़ी तो होते ही हैं। कभी शेर से पूछा है, बब्बर शेर से, “तेरे मुँह पर इतने लम्बे-लम्बे बाल क्यों हैं?” पूछा है? रखते नहीं हैं — होते हैं। रखते तुम हो, क्या? चिकना चेहरा। तो जवाब तुम्हें देना है कि — तुम क्यों रखते हो चिकना चेहरा? संत कुछ नहीं रखता। बाल स्वयं बढ़े हैं, दाढ़ी स्वयं…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org