विपत्ति के समय भावनाओं पर काबू कैसे रखें?
जिसको आप अच्छा या बुरा समय कहते हैं वो संयोग मात्र है।
धैर्य संयोग नहीं है, धैर्य मन का केंद्रीय गुण है, आभूषण है। समय अच्छा हो, समय बुरा हो इसकी बात ही नहीं है। संयम हर समय चाहिए, निरन्तर चाहिए और संयम यदि है तो क्यों बुरे समय को आप बुरा कहेंगे?
समय बुरा भी तुलनात्मक रूप से ही लगता है न?