विज्ञान को सम्मान बिना कैसा अध्यात्म

अध्यात्म विज्ञान का विरोधी नहीं होता, अध्यात्म विज्ञान से आगे होता है।

विज्ञान से तो अध्यात्म पूरी तरह सहमत है, अगर कोई चीज़ ऐसी है जिसे विज्ञान ही नकार रहा है, तो अध्यात्म उससे सहमत नहीं हो सकता। कोई चीज़ ठीक है या नहीं, पहले उसे विज्ञान की परीक्षा से गुज़ारो।

विज्ञान की इज्जत करना सीखो। विज्ञान बहुत ईमानदार है और विज्ञान बात ही नहीं करता कि परमात्मा है या नहीं। वो अपने अधिकृत क्षेत्र की सीधी बात करता है।

ऐसा आदमी जिसे विज्ञान के प्रति सम्मान न हो, आध्यात्मिक नहीं हो सकता।

यदि तुमने विज्ञान पढ़ा है तो तुम ये कह सकते हो कि जो कुछ भी अनुभव में आता है वो पदार्थ है।

जो विज्ञान को सम्मान नहीं देतें, वो परमात्मा से दूर, अतिशय दूर हो जाते हैं।

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org