रोया करो

रोया करो

अगर आँसू सच्चे हैं तो उनका संबंध उत्सव और आनंद से है, उनका संबंध जाते हुए दुःख से है ।

आँसूओं का अर्थ ये नहीं है कि तुम दुखी हो, आँसुओं का ये अर्थ भी हो सकता है कि तुम आनंदित हो । मुक्त अनुभव कर रहे हो, भीतर की जकड़ को छोड़ने के लिए ।

जैसे किसी ने कलेजा भींच रखा हो, और फिर ज़रा तुम तनाव मुक्त हो जाओ, ज़रा तुम आश्वस्त और स्वतंत्र अनुभव करो । और जिस चीज़ ने भींच रखा है, उसको तुम छोड़ दो, या वो…

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org