राष्ट्रवाद: वेदांत के ज्ञान से सेना के सम्मान तक
जो भी दो लोग लड़ रहे होंगे वो हमेशा अपनी लड़ाई को कोई सुसज्जित नाम ज़रूर देंगे।
उन नामों से बहक मत जाना!
वो कह देंगे, साहब! यह उत्तर-दक्षिण की लड़ाई है, यह काले-गोरे की लड़ाई है, यह स्त्री-पुरुष की लड़ाई है, यह हिंदू-मुसलमान की लड़ाई है, ऊँची जाति और निचली जाति की लड़ाई है।