मौत के बाद कौन सी मुक्ति मिलनी है!
प्रश्नकर्ता: एक सामान्य व्यक्ति की इच्छा होती है कि जीवन में शांति मिले और जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाए। जो मान्यता हम मुक्ति की समझते हैं वो ये है कि जीवन-मरण से मुक्ति मिल जाए।
प्रश्न मेरा ये है कि द्वैतवाद और अद्वैतवाद में कौनसा मार्ग ऐसा है जिसको एक साधारण व्यक्ति फॉलो कर सकता है। हालाँकि ये भी कहा जाता है और समझते हैं कि द्वैत भी अंततः अद्वैत है, लेकिन अगर एक सामान्य व्यक्ति द्वैत के माध्यम…