माँसाहार छोड़ने का कारण

कभी तर्क नहीं बनेंगे,

माँसाहार छोड़ने का कारण तो

सिर्फ करुणा बनेगी, प्रेम बनेगा।

जिसके दिल में प्रेम जग गया,

बस उसे माँस से

जुगुप्सा हो जाएगी।

‘जाका गला तुम कटिहो’ पुस्तक से: https://t.co/hhrJaTaJ0w

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org