माँसाहार के साथ चैन नहीं पाओगे
7 min readAug 21, 2020
--
इंसान ने बहुत पाप करे हैं, पर पापों में पाप वो है जो इंसान ने जानवरों और पक्षियों के साथ करा है, और रोज़ करे जा रहा है। आदमी के सारे गुनाहों की माफ़ी हो सकती है, पर एक निर्दोष जीव की हत्या की माफ़ी नहीं हो सकती है, वो भी एक आयोजित तरीके से। उसकी भी अपनी एक पूरी अर्थ-व्यवस्था चल रही है — बहुत बड़ा तंत्र है; एक सिस्टम है; एक इंडस्ट्री है। इसकी कोई माफ़ी नहीं मिलेगी, आप कुछ कर लीजिए, आप अध्यात्म पढ़ लीजिए, आप दुनिया को राम-कथा में डुबो…