भय से मुक्ति कैसे होगी?

ज़रूरतें अपनी कम रखिये, माँगें अपनी कम रखिये।

जितनी आप अपनी ज़रूरतें और माँगें कम रखेंगे,
भय के पास उतने कम उपाय होंगे आप पर हावी होने के।

क्योंकि भय आपको यही बोल-बोल के तो दबाता है।

भय आपको क्या बोल-बोल कर दबाता है?

तुमसे फलानी चीज़ छिन जाएगी।

जब तुम्हारे पास चीज़ें ही बहुत कम हैं,
जब तुम्हारी चीज़ों पर निर्भरता ही बहुत कम है,
तो भय तुमसे बोलेगा क्या?

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org