बुद्धि के तीन तल

बुद्धि का जो गुण है वही बुद्धि का तल है, एक गुण ही बुद्धि का एक तल है। एक है सतोगुणी बुद्धि, वो बुद्धि का उच्चतम तल है, रजोगुणी बुद्धि मध्यम तल है और फिर तमोगुणी बुद्धि निचला तल है।

बुद्धि प्रकृति का ही एक तत्व है — मन, बुद्धि, स्मृति, चित्त, अहंकार, शरीर ये सब प्राकृतिक है। जो कुछ भी प्राकृतिक है वो सदा इन्हीं तीन गुणों के सयोंग से ही बना होता है। उसे सयोंग भी कह सकते हैं या आप कह सकते हैं कि वो तीन गुणों के आपसी वैषम्य से बना होता…

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आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org