फ़िल्में, टीवी, मीडिया, और आज का पतन
1 min readMay 14, 2020
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लोग
जीवन सीख रहे हैं
लफंगे फ़िल्मकारों से।
कहते हैं:
फ़िल्मकार बेचारा
तो वही दिखा रहा है
जैसा समाज है।
मैं पूछता हूँ:
समाज में कृष्ण और कबीर,
होश और सादगी,
नहीं हैं?
वो क्यों नहीं दिखाते?
हमारी सोच,भावनाएँ
उस धूर्त फ़िल्मकार की हैं।
वही आज का गुरु है।
पूरा वीडियो यहाँ देखें।
आचार्य प्रशांत के विषय में जानने, और संस्था से लाभान्वित होने हेतु आपका स्वागत है।