प्रयत्न माने क्या?

मन का एक हिस्सा शरीर से संयुक्त है, शरीर थका हुआ है तो मन का वो हिस्सा क्या कह रहा है? — “मत कर!” मन का दूसरा हिस्सा ज्ञान से संयुक्त है, वो कह रहा है कि “शरीर थका हुआ भी है तो तू कर”, अब जो होगा, उसे प्रयत्न कहते हैं।

प्रयास कभी भी शारीरिक नहीं होता; प्रयास हमेशा मानसिक होता है।

प्रयास का मतलब है कि मन में घमासान मचा हुआ है कि करें कि न करें, वो प्रयत्न है। तुमको किसी को बस एक जवाब देना है, हाँ या ना…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org