प्रकृति है मैया, अहम है बबुआ

आचार्य प्रशांत: जीवात्मा प्रकर्ति से युक्त है। युक्त माने? जुड़ा हुआ, योग में। जो चीज़ किसी से योग में हो उसे कहते हैं युक्त। जीवात्मा त्रिगुणी प्रकृति से योग में है तो जीवात्मा गुणों से युक्त है। जीवात्मा प्रकृति से योग में है इसका क्या अर्थ है?

बात समझते चलिएगा। जहाँ समझ में नहीं आ रही हो, पूछिएगा। एक-एक करके श्लोक आगे बढ़ते रहें और जीवन में ना उतारें तो कोई लाभ नहीं।

जीवात्मा प्रकृति से योग में है इस बात का अर्थ क्या? जीवात्मा अगर अहम् है, तो अहम् क्या है? प्रकृति का ही एक तत्व। और इस बात की विवेचना सबसे सुन्दर कहाँ की गई है? श्रीमद्भगवद्गीता में, जहाँ पर…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org