पाया है कुछ पाया है
सभी श्रोता(गाते हुए):
पाया है किछु पाया है, मेरे सतगुरु अलख लगाया है
कहूं बैर पड़ा कहूं बेली है, कहूं मजनूं है कहूं लेली है, कहूं आप गुरु कहूं चेली है, आप आपका का पंथ बताया है।
कहूं महजत का करतारा है, कहूं बणिया ठाकुरद्वारा है, कहूं बैरागी जयधारा है, कहूं सेखन बनि बनि आया है।