देवी उपासना का रहस्य और उद्गम

आचार्य प्रशांत: नवदुर्गा का आरंभ हो चुका है और उचित ही है कि इस काल में हम पूरे ध्यान, पूरे समर्पण के साथ देवी-विषयक चर्चा करें। मैं संदर्भ को थोड़ा व्यापक रखना चाहूँगा ताकि हम बात को बिल्कुल मूल से समझ सकें और जितने भी लोग यहाँ उपस्थित हैं, सब से आग्रह रखूँगा कि एकदम साथ-साथ चलें, पूछते चलें, स्पष्टीकरण माँगते चलें। उससे आप लोगों को भी और बाद में भी जितने लोग इस चर्चा को देखेंगे और सुनेंगे, सबको सुविधा रहेगी।

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org