दूसरों पर निर्भर रहना बंद करो

दो-चार बातें हैं। पहली बात तो ये कि — सही जगह पर जितना समय गुज़ारोगे, भ्रामक और अशांत जगह पर वक्त गुज़ारना उतना मुश्किल होने लगेगा तुम्हारे लिए। तो यह हमने पहली बात कही। क्या? कि सही जगह पर जितना वक्त गुज़ारोगे, अशांतिपूर्ण जगह पर वक्त गुज़ारना तुम्हारे लिए उतना मुश्किल होने लगेगा। दूसरी बात ये कि — अक्सर सही जगह पर थोड़ा वक्त गुज़ारना अंदरूनी साज़िश होती है गलत जगह को बरकरार रखने के लिए। आप कहते हो कि, “एक संतुलन बना दिया न। मैं कोई…