दूसरों पर निर्भर रहना बंद करो
प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, बहुत अच्छा लग रहा है यहाँ शिविर में आकर। ऐसा घर पर अनुभव नहीं होता। ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए?
आचार्य प्रशांत: दो-चार बातें हैं, सब ध्यान से सुनो। पहली बात तो ये कि — सही जगह पर जितना समय गुज़ारोगे, भ्रामक और अशांत जगह पर वक्त गुज़ारना उतना मुश्किल होने लगेगा तुम्हारे लिए। तो यह हमने पहली बात कही। क्या? कि सही जगह पर जितना वक्त गुज़ारोगे, अशांतिपूर्ण जगह पर वक्त गुज़ारना तुम्हारे लिए…