दूर रहो उनसे जो तुम्हें शास्त्रों से दूर करते हैं

अगर कोई तुम्हें ये शिक्षा दे कि शास्त्र न पढ़ो तो शास्त्रों ने कहा है कि ऐसे से बच के रहो।

शास्त्रों ने कहा है कि जो हमें नहीं जानता वो कम पापी है लेकिन जो ये शिक्षा दे कि हमें पढ़ा न जाए, वो महापापी है।

अक्सर गुरुओं के लिए ये आवश्यक हो जाता है कहना कि शास्त्र को मत पढ़ो, कारण साफ है। अगर गुरुदेव पूर्णतया शास्त्र विरुद्ध हैं और उनके शिष्यों ने शास्त्र पढ़ लिए तो गुरूदेव की पोल खुल जाएगी न? आप खुद अनाप-सनाप बातें करते हो, जिनका न कोई आधार और न जिनसे कोई लाभ होना किसी को, तो कोई अगर पढ़ले शास्त्र तो पता चल जाएगा कि ये गुरुदेव तो गड़बड़ बाते फ़ैला रहे हैं तो फिर गुरुदेव के लिए बहुत आवश्यक हो जाता है ये मिथ्या प्रचार करना कि शास्त्र पढ़ने की जरुरत ही नहीं है।

गुरु का काम होता है तुम्हारे लिए बोध के सब दरवाजे खोलना, द्वार बंद करने का काम नहीं है गुरु का।

पूरा वीडियो यहाँ देखें।

आचार्य प्रशांत के विषय में जानने, और संस्था से लाभान्वित होने हेतु आपका स्वागत है

--

--

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org