डिप्रेशन (अवसाद) क्यों होता है?

डिप्रेशन तब तक नहीं हो सकता जब तक अपने आप को बहुत मजबूर अनुभव न करो। और मजबूर हम नहीं होते, मजबूर हमें हमारी अन्धी कामनाएँ बनाती हैं।
कामनाओं में भी कोई दिक्कत नहीं है अगर वो अन्धी न हों। जो कामना आपको अन्धेरे से रोशनी की ओर ले जाती हो, शुभ है वो कामना।
कुछ ऐसा माँग रहे हो जो मिल सकता ही नहीं। फिर जब पाओ कि वो मिल नहीं रहा तो डिप्रेस्ड हो जाओ, ये कहाँ की समझदारी है, बताओ?