डर और डर में अंतर होता है

“When people do not fear what they ought to fear,
that which is their great dread will come on them”

– Lao Tzu

“जीवन के सबसे बड़े ख़ौफ़ को आमंत्रण है उस भय से विमुख हो जाना जिससे भयभीत होना ज़रूरी है।”
– लाओ-त्सु

प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, प्रणाम। लाओ-त्सु ने डर और डर में भेद किया है। मेरे अनुभव से तो डर एक ही जैसा होता है — जो मुझे अंदर से कम्पित कर दे। कृपया समझाएँ कि जो पहले तरीके का डर है, जिससे हमें डरना ही चाहिए, वह और दूसरे तरीके के डर में क्या फर्क है?

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org