झूठ की मजबूरी जानते हो?
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उन गलतियों की
कोई माफ़ी नहीं है,
जहाँ आप जानते हैं
क्या सही क्या गलत
लेकिन जानते-बूझते
गलत को चुनें।
फैसले की घड़ी
कुछ देर की चुनौती होती है।
लालच-डर-वासना
ये उस समय ज़ोरदार हमला करते हैं।
इनका वार बस
उस एक घड़ी
बर्दाश्त कर जाओ
तो लंबे समय
चैन से जियोगे।
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