जो मध्य में चलते हैं वो दोनों तरफ से पिटते हैं

मध्यम मार्ग का मतलब पता है क्या होता है?

मध्यम मार्ग का मतलब ये होता है कि एक ऐसी सड़क जिसमें विभक्त है ही नहीं, उसमें बीच में चलना।

ये दोनों तरफ से पिटेगा। मध्यम-मार्गियों का यही होता है कि वो दोनों तरफ से पिटते हैं, क्योंकि वो सोच रहे हैं कि बीच में किसी तरीके की सुरक्षा है। बीच का जो बिंदु है, वो सुरक्षा का नहीं, वो सबसे तीव्र आघात का, और पीड़ा का, और कष्ट…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org