जीवन के भटकाव से बचने की शुरुआत कहाँ से करें?
भटके हुए आदमी की कामना ये नहीं रहती कि उसे कोई मार्ग दिखाने वाला पथ प्रदर्शक मिल जाए जो रास्ता जानता हो। भटके हुए की पहली इच्छा, पहली प्रवृत्ति ये होती है कि उसे और लोग मिल जाएं उसी के जैसे जो भटके हुए हों क्योंकि उसका स्वार्थ ही उन्हीं से निकलेगा।
ये बड़ी अजीब बात है, यही तो माया है कि जो भटका हुआ है उसे माँगना चाहिए कोई ऐसा जो राह जानता हो, लेकिन जो भटका हुआ है वो सबसे ज़्यादा दूरी उसी…