जिसे करना है, वो अभी करता है
आचार्य प्रशांत: आप जो भी बनना चाहते हैं न, जब बनने की इच्छा गहरी होती है और जितनी ज़्यादा गहरी होती है, आप उसको उतनी जल्दी पाना चाहते हैं। यह बात ठीक है?
सभी श्रोता: हाँ।
आचार्य: अगर कुछ तुम्हें वाकई चाहिए, तो तुम यह तो नहीं कहोगे न कि पचास साल बाद मिले। तुम क्या कहते हो? अगर तुम्हें कुछ चाहिए, तो तुम यह तो नहीं कहोगे कि पचास साल बाद मिले। तुम क्या कहोगे कि कब मिल जाए? तुम कहोगे- चलो…