जब आलस के कारण कुछ करने का मन न हो
2 min readJul 21, 2020
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जो तामसिक अवस्था में हैं, उनके लिए तो आवश्यक है कि वो पहले राजसिक की ही कोशिश करें। जो सोए हुए हैं, उनसे मैं नहीं कहता, ठहर जाओ।
तमस से सत् में सीधे जाना बड़ा दुष्कर है। तुम रजस को दाँव दे कर, धोखा दे कर, बाईपास कर के सीधे सत् में प्रवेश नहीं कर पाओगे। वो घटना करोड़ों में एक बार होती है। और जो सतोगुण में ही नहीं प्रवेश कर रहा, वो गुणातीत में क्या प्रवेश करेगा? तो अगर तुम्हारी हालत आलस से भरी हुई है तो…