छोटी बातों में उलझे रहोगे तो बड़ा काम कब करोगे?
प्रश्न: आचार्य जी, आपके वीडियो में एक बात सुनी थी, वो बात मन में ठहर गई। अब जो भी हरकत करता हूँ, जो भी गलती करता हूँ, तो उस वीडियो में सुनी उस बात को याद कर लेता हूँ, और उसी के संदर्भ में सीखने का प्रयास करता हूँ।
आपने कहा था कि एक लाख तेईस हज़ार चार सौ छप्पन (१,२३,४५६) में से ‘एक (१)’ को मिटाना, ‘एक (१)’ को हटाना ही असली कला है, साधना है। ‘एक (१)’ को हटा दिया तो सीधे घटकर तेईस…