घर जल रहा हो, तो एकांत ध्यान करना पाप है

प्रश्नकर्ताः आचार्य जी, मेरा मन हमेशा के लिए किसी एकांत जगह पर जाकर ध्यान साधना और भक्ति में डूबने को करता है लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाता। कृपया मार्गदर्शन करें।
आचार्य प्रशांतः देखो बेटा, अभी थोड़ी पहले ही मैं कह रहा था कि जब घर में आग लगी हो, तब एकांत में बैठकर ध्यान करना मूर्खता ही नहीं पाप है। और अभी घर में आग लगी हुई है। आज के युग में एक ही तरह का ध्यान संभव है और सम्यक् है और वो ध्यान है…