गुरु क्या चाहता है शिष्य से

प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, बहुत दिनों से आपको सुन रहा हूँ। आपके बताए गए उपाय भी मालूम हैं, पर फिर भी मन सत्य से दूर भागता है, गुरु से मुँह चुराता है। कोई उपाय बताएँ कि सत्य और गुरु से प्यार हो जाए।

आचार्य प्रशांत: ये वो लोग हैं जो प्यार भी उपाय से करते हैं, चालाकी से। प्यार क्या है? अरेंज्ड मैरिज (पूर्व-नियोजित विवाह) है कि उपाय से करी जाएगी? उपाय माने तो धोखा होता है, युक्ति, चालाकी। तुम्हें प्यार भी चालाकी से करना…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org