गालियों के पीछे का मनोविज्ञान समझते हो?

प्रश्नकर्ता: पिछले दिनों गालियों को लेकर आपका एक वीडियो आया, मैं बात की और ज़्यादा गहराई में जाना चाहता हूँ, मुझे बताइए गालियों के पीछे का मनोविज्ञान क्या है?

आचार्य प्रशांत: जो बात बिलकुल सीधी है उसी से शुरू करो — तुम गाली किसी को आहत करने के लिए ही देते हो न? तुम्हें किसी को चोट पहुँचानी है, तुम चाहते हो किसी को ज़रा दर्द हो तो तुम उसे गाली देते हो। तो यही मनोविज्ञान है, गाली दे दो।

मैं किसी कारण से तुमसे चोट पा रहा हूँ तो मैं तुमको चोट पहुँचाना चाहता हूँ और इसमें अगर गहरे प्रवेश करोगे तो मैं कहूँगा कि दूसरे को सबसे ज़्यादा चोट वहाँ लगती…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org