क्रोध पर कैसे काबू पाएँ?

अगर सिर्फ़ क्रोध की घटना पर काबू पाना हो तो व्यावहारिक तौर पर बहुत सारी घटनाएँ हैं, सर पर पानी डाल लो या क्रोध आ रहा हो तो पूरा ही क्रोध कर डालो फिर अंजाम ऐसा होगा कि फिर बहुत दिनों तक क्रोध नहीं आएगा।

क्रोध की घटना है वो अवसर जब तुम फट पड़े और क्रोध है एक सुलगता हुआ जीवन।

क्रोध तो ऐसा है, जैसे किसी घर या होटल में फायर अलार्म लगा हो, जब धूँआ उठता है, तापमान उठता है तो वो बजने लग जाता है।

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org