क्यों अपना वैभव भूले बैठे हो?
डर और तनाव इस बात के लक्षण हैं कि कहीं पर कोई जादू कर दिया गया है। तुम्हारे भीतर यह बात भर दी गयी है कि भिखारी हो। तुमसे कह दिया गया है कि जब तक तुम कुछ बन नहीं जाते, तुम किसी लायक नहीं हो। तुमसे कह दिया गया है कि अगर प्यार भी पाना है तो पहले उसकी काबिलियत पैदा करो। तुमसे कह दिया गया है कि संसार एक दौड़ है जिसमें तुम्हें जीत कर दिखाना है। और अगर तुम जीतते नहीं हो, तो तुम्हारी कोई कीमत नहीं। तुमसे कहा गया है कि तुम खाली हाथ हो। जाओ, लूटो…