क्या वासना ही प्रार्थना बन जाती है?

प्रश्नकर्ता : आचार्य जी, संत ओशो जी का एक वीडियो देखा था जिसमें वो कह रहे थे कि “वासना जब अपने चरम सीमा पर पहुँचती है तब प्रार्थना में तब्दील हो जाती है।”

तो यह वक्तव्य समझ नहीं आ रहा।

आचार्य प्रशांत: तुम्हारी वासना जब पहाड़ पर चढ़ जाती है तब क्या तुम्हारे हाथ जुड़ जाते हैं?

(श्रोतागण हँसते हैं)

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org