क्या प्रेम की कोई परिभाषा नहीं होती?

प्रश्नकर्ता: आप बार-बार हमारे साधारण और सांसारिक प्रेम को झूठा सिद्ध करने में लगे रहते हैं। आप बार-बार कहते हैं कि हमारे प्रेम में कोई दम नहीं, हमारा प्यार कुछ असली नहीं। जब दुनिया के बड़े-बड़े ज्ञानी भी आज तक प्यार की कोई परिभाषा नहीं दे पाए तो आपको कैसे पता कि हमारा प्यार सच्चा है कि नहीं?

आचार्य प्रशांत: अच्छा तरीका है न? ये ईमानदारी से जाँचना भी नहीं है कि हम जिसको प्यार कह रहे हैं वो क्या है…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org