कैसे जानें कि प्यार सच्चा है या नहीं?
प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, हमारे जो ये सम्बन्ध होते हैं, उसमें हम ये दावा तो करते हैं कि बेशर्त प्रेम है, पर एक इंसान कोशिश करता रहता है कि प्रेम सम्बन्ध टूटे नहीं और एक इंसान बार-बार निराशा से सम्बन्ध तोड़ देता है, कि मुझसे और हो नहीं रहा। वो ये दावा करता है कि नहीं मैं भी प्यार करता हूँ, पर वो अंततः सम्बन्ध तोड़ देता है। तो क्या वो प्यार करता है? और जो बार-बार कोशिश करे जा रहा है, वो भी कभी तो निराश हो ही जाएगा, पर वो प्यार करता है। आपको मेरा प्रश्न समझ में आया!
आचार्य प्रशांत: नहीं समझ में आया, पर फिर भी बोल दूँगा। तुम लोगों की बातें ऐसी होती हैं कि ख़ुदा न समझे, मैं…