कुछ बिगड़ नहीं सकता तुम्हारा
प्रश्नकर्ता: “पूर्ण से पूर्ण को निकाल लो, पूर्ण ही शेष रहता है,” इसका मर्म, मुझे तो अर्थ से नहीं समझ में आया, क्योंकि जो...
आचार्य प्रशांत: कहीं और की बात हो रही है, दुनिया की चीज़ों में ऐसा नहीं होता।
दुनिया की चीज़ों में कितनी भी बड़ी चीज़ से अगर छोटी-से-छोटी चीज़ भी निकालोगे, तो उस बड़ी चीज़ में से कुछ घट जाएगा। तुम्हारे पास अरब रुपए हों, उसमें से एक रुपया भी निकाल दिया तो वो अरब रुपए अब अरब…