कलियुग कब और कैसे खत्म होगा?

प्रश्नकर्ता: कलियुग खत्म कैसे होगा? और ये जो सब सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, कलियुग बताए गए हैं; होते क्या है? कृपया थोड़ा प्रकाश डालिए।

आचार्य प्रशांत: बहुत अच्छे। (प्रश्नकर्ता से) मन की अवस्थाएँ हैं, समय ही मन है, मन ही समय है।

"काल काल सब कोई कहै, काल न चीन्है कोय।
जेती मन की कल्पना, काल कहावै सोय।।"

'जेती मन की कल्पना काल कहावै सोय', मन ही काल है।

"नाहं कालस्य, अहमेव कालम"- उपनिषद् कहते हैं।

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org