कमाना है, भोगना है, मज़े करने हैं!
8 min readMay 6, 2021
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प्रश्नकर्ता: आप कहते हैं कि सामान्य ज़रूरतों के लिए बहुत ज़्यादा पैसों की ज़रूरत नहीं है, पर अगर हमारे पास समय है और सामर्थ्य भी, तो ज़्यादा क्यों न कमाएँ? इस दुनिया में बहुत से सुख हैं जिनको पूरा करने के लिए पैसा चाहिए। उदाहरण के लिए, विश्व भ्रमण करने की अपनी कामना पूरी क्यों न की जाए? जब हमें पता है कि मरने के बाद साथ कुछ नहीं जाना है, तो हम भविष्य के बारे में सोचकर आज घुट-घुटकर क्यों जिएँ? ये प्रश्न मैं अपने बेटे की तरफ से पूछ…