उत्कृष्टता ही जीवन का ऐश्वर्य है
प्रश्नकर्ता: आचार्य जी, आपने ‘ऐश्वर्य’ शब्द के बारे में मुझे थोड़ा-सा कहा था कि जीवन में ऐश्वर्य होना चाहिए और जब मैंने ये आध्यात्मिक ग्रंथ घर पर और यहाँ पर भी अध्ययन किया, उसमें ‘ऐश्वर्य’ शब्द है। और उस वक़्त आपने मुझे जीवन को संगीत में उतारने को भी कहा था, ‘संगीत जीवन में लाओ’, ऐसा आपने बोला था। आपने बताया था वीडियो में कि ऐश्वर्य शब्द ईश्वर से आया है, पर जब मैं ऐश्वर्य शब्द के बारे में सोचता हूँ तो वो संगीत के अलावा ज़्यादातर प्राकृतिक या भौतिक ही होता है। तो मैं यह जो ऐश्वर्य शब्द है, उसको पूरी तरह से समझ नहीं पा रहा हूँ।