उचित विचार कौन सा?
17 min readJan 28
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गुरु कीजै जानि के, पानी पीजै छानि |
बिना विचारे गुरु करे, परै चौरासी खानि ||
संत कबीर
वक्ता (प्रश्न पढ़ते हुए) : प्रिया पूछ रहीं हैं कि मेरे लिये तो अद्वैत आना भी मात्र एक संयोग था| अपने करे गुरु कहाँ मिलता है? संयोग से ही मिल जाये तो मिलता है| क्यों कबीर कह रहे हैं कि गुरु का चुनाव करो? क्यों कह रहे हैं कि गुरु करे ‘छानि के’? क्यों कह रहे हैं कि बिना विचारे गुरु करे तो ‘परै…