Jul 11, 2022
--
इस आशा में शरीर पर निवेश मत करते रह जाना कि कुछ दे जाएगा तुमको; कुछ नहीं दे पाएगा।
तुम उपकृत अनुभव करो अगर शरीर बस तुम से कुछ लेता न हो।
और ले वो बहुत कुछ सकता है — तुम्हारा सारा ध्यान ले सकता है!
--
इस आशा में शरीर पर निवेश मत करते रह जाना कि कुछ दे जाएगा तुमको; कुछ नहीं दे पाएगा।
तुम उपकृत अनुभव करो अगर शरीर बस तुम से कुछ लेता न हो।
और ले वो बहुत कुछ सकता है — तुम्हारा सारा ध्यान ले सकता है!
रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org