इक ज़रा सी बात याद रखो
प्रश्न: क्या याद रखना ज़रूरी है?
आचार्य प्रशांत: सब भूल जाइए, एकदम भूल जाइए। जो न्यूनतम हो, बस उसे याद रखिए।
बहुत सारा जो याद रखे हुए है, समझ लीजिए वो सब कुछ भूले हुए है।
जो जितना ज़्यादा याद रख रहा है, वो उतना ज़्यादा भूला हुआ है।
जिसके पास याद रखने को पूरा एक भण्डार है — ‘क’ से लेकर ‘ज्ञ’ तक, ‘ए’ से लेकर ‘ज़ेड’ तक — जिसके पास याद रखने को पूरा एक…