आसमान पाए बिना ज़मीनी मसले हल नहीं होते

सत्य पाने का क्या मतलब होता है? वो ऐसी कोई चीज़ थोड़ी है जो जंगल में मिल गई और जेब में रखली, और खेल खत्म। सत्य को पाने का मतलब ही यही होता है कि ज़िंदगी ठीक चलने लगती है, सब छोटे-बड़े निर्णय ठीक हो गए, जीवन की तमाम स्थितियों के प्रति तुम्हारी जो प्रतिक्रिया होती है वो ठीक हो गई, और कुछ नहीं है सत्य को पाना, यही है।

आसमान को पाए बिना ज़मीनी मसले हल नहीं होते और कितना पाया तुमने आसमान को, उसकी पहचान…

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org