आलस का उचित उपाय

ऊर्जा को सही दिशा देने के कुछ नियम होते हैं:

१. पहला नियम: ऊर्जा बोध के पीछे बहती है।

जब तुम कुछ बिल्कुल ठीक-ठीक समझ जाते हो तो तुम्हारी ऊर्जा बिल्कुल एक धारा में बहने लग जाती है। वही ऊर्जा पूरे तरीके से नष्ट भी हो सकती है, वही ऊर्जा जो कर्म में बदल सकती थी, वही ऊर्जा गॉसिप में बदल जाती है, आलस में बदल जाती है, विध्वंसक चीज़ों में चली जाती है, इधर-उधर की बातों में बदल जाती है यदि वहाँ बोध नहीं है।

आचार्य प्रशान्त - Acharya Prashant

रचनाकार, वक्ता, वेदांत मर्मज्ञ, IIT-IIM अलुमनस व पूर्व सिविल सेवा अधिकारी | acharyaprashant.org