आत्मा और जगत का क्या सम्बन्ध है?
प्रश्न: आचार्य जी, आत्मा सत्य है, शुद्ध चैतन्य है, यह हम सब जानते हैं। क्या यह जगत जिसे हम मिथ्या जानते हैं, यह भी सत्य है?
आचार्य प्रशांत: शरीर है, इसका काम है पचास चीज़ों का अनुभव करना। पूरा शरीर ही एक इन्द्रिय है, पूरा शरीर ही अपने आप में एक बड़ी इन्द्रिय है। ये कहना भी बहुत ठीक नहीं होगा कि पाँच, दस, पच्चीस इन्द्रियाँ हैं। ऐन्द्रिय ही ऐन्द्रिय हैं हम।